तुझे दुल्हन बना के

तेरी गोरी कलाइयों में हरी-हरी चूडियां पेहनाने की हसरत है
तुझे दुल्हन बना के, सीने से लगाने की हसरत है ।
कहना तो बहुत है अत्री तुमसे
मगर अभी थोडी दूरी की जरुरत है ॥

Mani Jitesh


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